ಬ್ಲಾಗಾಯಣ
Monday, September 23, 2019
संस्कृतिम्
संस्कृतं ये प्रशंसन्ति ये प्रसंशन्ति संस्कृतिम्।
स्वदेशं ये च शंसन्ति धन्यं जीवन्ति ते नराः ।।
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